
अधिपति | बुध। |
प्रतीक चिन्ह् | जुड़वे। |
शुभ | शुक्र। |
अशुभ | सूर्य, मंगल, बृहस्पति, शनि। |
सम | चंद्रमा, बुध। |
मारक | मंगल, गुरु। |
बाधक स्थान | धनु (7वां)। |
बाधकपति | वृहस्पति। |
योगकारक | बुध, शुक्र। |
उच्चस्थ | |
नीचस्थ | |
मूलत्रिकोण | |
आदर्श मिलान राशि | मेष, सिंह, तुला, कुम्भ। |
चंद्रमा की शुभ डिग्री | 18° |
चंद्रमा की अशुभ डिग्री | 13°, 22° |
भाग्यशाली परफ्यूम/सुगंध | लैवेन्डर, वार्मवूड/चिरायता। |
भाग्यशाली रत्न | फिरोजा, पन्ना, पीला नीलम सोने की अंगूठी में दाएं हाथ की चौथी उंगली में। |
भाग्यशाली रंग | पीला। |
भाग्यशाली दिन | सोमवार, बुधवार, वृहस्पतिवार, शुक्रवार। |
भाग्यशाली संख्या | 3, 5, 6, 7. |
व्रत का दिन | पूर्णिमा। |
नियंत्रण | श्वसन, कफ। |
विशेष लक्षण :
शरीर, सामान्य, दोहरा, द्विस्वभाव, बंजर, शीर्षोदय, पित्त, वात, कफ, आषाढ़ 15 जून- 15 जुलाई, दोपहर में अंधा, चंद्र क्षेत्र, अशुभ, क्रूर, विषम, दिन की राशि, जीव (कीट से मनुष्य तक), शुद्र, मानवीय स्वर, संगीतमय, बौद्धिक राशि।
रूप, रंग व आकार :
रूप, लम्बा और सीधा कद, पतला किन्तु सुविकसित चेहरा, नाक, ठोढ़ी के पास गड्ढा, मोटी गरदन, लम्बे पतले हाथ, स्वच्छ काली आँखें, घुंघराले बाल।
सकारात्मक लक्षण/गुण :
पढ़ने, लिखने व आभ्यन्तर खेलों (इंडोर गेम्स) का शौकीन, मनमोहक, बौद्धिक, गणितज्ञ, बहुमुखी प्रतिभा युक्त, मनोरंजक, जिन्दादिल, तीक्ष्ण बुद्धि, तार्किक, बातुनी, कलात्मक, उन्नतिशील, यौवन से परिपूर्ण, अन्वेषक, कामुक, विविधता खोजने वाले, जिज्ञासु, वार्तालाप में निपुण, योजना बनाने में कुशल, ऐसे व्यवसाय के लिए उत्तम जहां सक्रियता की आवश्यकता हो, समायोजक/व्यवस्था योग्य।
नकारात्मक लक्षण/गुण :
अधीर, चिड़चिड़ा, हेरा- फेरी करना, अव्यवहारिक, बातुनी, धोखाधड़ी व जालसाजी के लिए जिम्मेदार, यदि मिथुन राशि पाप योग में है तो चालबाजी, धोखेबाजी इनकी प्रकृति होगी विपरीत लिंग वालों के साथ घुमना पसन्द होगा, अस्थिर, संदेहशील स्वभाव, दोहरा व्यक्ति्तव, मनचला, परिवर्तनशील, अवचनवद्ध, बेचैन, अशांत, अन्वेषक।
अधिशासित शारीरिक अंग :
हाथ, उंगलियां, बाहें, कन्धे, ऊपरी पसलियां।
ग्रन्थियां, नसें व धमनियां :
तंत्रिका तंत्र, श्वासनलियां, वायुनली, बाल्यग्रन्थि।
संभावित रोग :
हाथ, कन्धे व बांह की हड्डी टूटना, शरीर के ऊपरी भाग विशेषकर हंसुली की हड्डी का दुर्घटनाग्रस्त होना, क्षय रोग (टी.बी.), अस्थमा, सर्दी- खांसी, श्वासनली का प्रदाह, तंत्रिकाओं का थकना, क्षय रोग, छाती से संबंधित विकार, नजला, न्यूमोनिया, गठिया, हकलाना, तंत्रिका तंतुओं व फेफड़े से संबंधित रोग।
व्यवसाय व व्यापार :
शिक्षक, प्रवक्ता, गणितज्ञ, लेखक, एकाउंटेन्ट, इंजिनीयर, विमान विद्या, अंतरिक्ष अनुसंधान, सचिव, स्टेनो/आशुलेखक, टेलिफोन संचालक, आयात- निर्यात, सूती वस्त्र उद्योग, रत्न, क्लर्क, पत्रकारिता, प्रेस व प्रकाशन, ट्रैवल एजेंट, वाणिज्यिक यात्री, हवाई- यात्रा, एयर- फोर्स, समुद्र, नौ- परिवहन, पोस्टमैन, सेल्समैन, निर्माता, कमेंटेटर/समीक्षक, चिकित्सक, मानसिक क्रियाकलाप वाले बौद्धिक कार्य, संचार, प्रसारक, सांझा व्यवसाय।
राशि वाले :
- मिथुन लग्न वाले चिड़चिडे होते हैं किन्तु शीघ्र ही शांत भी हो जाते हैं।
- ये जीवन, उत्साह व खुशियों के शौकीन होते हैं किन्तु ध्यान खिंचना चाहते हैं।
- ये सभी व्यापारों के गुलाम होते हैं लेकिन किसी के भी मालिक नहीं होते।
- ये अपनी सरलता, वास्तविकता व बौद्धिक योग्यता के लिए सराहनीय होते हैं, जिनमें ग्रहण करने की शक्ति अत्यंत अधिक होती है।